कोई है गुलाबी
कोई है लाल
हवा हो रंग बिरंग
जब उड़े गुलाल
गुझिया खुरमा
नमकीन मिठाई
कैसी होली जब
यह सब ना खाई
थोड़ी शरारत
थोड़ी मस्ती
क्या हुआ
जो वो गुस्साई
रंग लगाओ
खुद रंग जाओ
खुद खुश हो
सबको हंसाओ
दिल से सभी को
होली की बधाई।
कोई है लाल
हवा हो रंग बिरंग
जब उड़े गुलाल
गुझिया खुरमा
नमकीन मिठाई
कैसी होली जब
यह सब ना खाई
थोड़ी शरारत
थोड़ी मस्ती
क्या हुआ
जो वो गुस्साई
रंग लगाओ
खुद रंग जाओ
खुद खुश हो
सबको हंसाओ
दिल से सभी को
होली की बधाई।
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