Friday, September 9, 2011

धन्यवाद!

हे ईश्वर तेरा धन्यवाद है
इस जीवन के लिए
बीत गए कल के लिए
आने वाले हर पल के लिए
ऐसे परिवार के लिए
उनके प्यार के लिए
इस शरीर के लिए
मुझमे निहित हर अच्छे विचार के लिए
मुझे सक्षम बनाने के लिए
विषम परिश्थितियों से निडरता
धीर हो उसे अपनाने के लिए
खाए गए हर निवाले के लिए
जीवन रस युक्त हर प्याले के लिए
हे ईश्वर तेरा धन्यवाद है!

Friday, September 2, 2011

एक विचार!

गलतियाँ तो अक्सर हो जाती है
पर उनका एहसास नहीं हो पाता
जो एहसास भी हो जाए अगर
तो उसे ज़ाहिर नहीं कर पाते
ज़ाहिर न कर पाने से
ग़लतफ़हमियाँ पैदा हो जाती है
जो के दूरियाँ बढाती है
बातें बनती जाती है क्यूँकी
कल्पनाओ का विस्तार अनंत है
की सारी हदें टूट जाती है
इसीलिए यथार्थ जाने बिना
प्रतिक्रिया वैध नहीं होती
उसे भी कसौटियों पर परखना चाहिए
मन में सोचने से कुढन होती है
मन में कुछ भी कभी नहीं रखना चाहिए
जिनसे प्यार करते है उनसे
रिश्ते अति मूल्यवान होते है
गलती किसी की भी हो
समझौता कर लेना चाहिए!